शाहरुख खान का नाम सुनते ही बॉलीवुड के ‘किंग खान’ का चेहरा हर किसी के सामने आता है। अपने करियर के हर मुकाम पर उन्होंने नए आयाम गढ़े हैं, और अब उन्होंने अपनी आवाज की ताकत से पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। शाहरुख ने हाल ही में हॉलीवुड फिल्म Mufasa: The Lion King में मुफासा के किरदार को अपनी आवाज दी है। इस फिल्म में उनके छोटे बेटे अबराम खान और बड़े बेटे आर्यन खान ने भी डबिंग की दुनिया में अपना हुनर दिखाया है।
यह पहली बार नहीं है जब खान परिवार ने हॉलीवुड फिल्म के लिए डबिंग की है। 2019 में आई ‘द लायन किंग’ (The Lion King) में आर्यन खान ने सिंबा की आवाज देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया था। लेकिन इस बार ‘Mufasa: The Lion King’ के प्रीक्वल में अबराम ने भी अपनी आवाज का जादू बिखेरा है। यह फिल्म मुफासा की कहानी पर आधारित है, जो उसके बचपन से लेकर राजा बनने तक के सफर को दिखाती है।
शाहरुख खान की आवाज ने भरा जान
फिल्म में मुफासा के किरदार को शाहरुख खान ने अपनी दमदार आवाज से जीवंत कर दिया। शाहरुख ने अपनी आवाज के जरिए न केवल किरदार में गहराई और भावनाओं को प्रस्तुत किया, बल्कि उन्होंने कहानी को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। उनकी आवाज इतनी प्रभावशाली है कि दर्शक इसे सुनते ही किरदार के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं।
शाहरुख ने साबित कर दिया कि उनकी प्रतिभा सिर्फ अभिनय तक सीमित नहीं है। उनकी आवाज की गूंज ने हॉलीवुड के बड़े-बड़े सितारों को भी हैरान कर दिया। यहां तक कि हॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता टॉम क्रूज भी शाहरुख के इस नए पहलू को देखकर नतमस्तक हो गए।
अबराम और आर्यन ने बढ़ाई खान परिवार की शान
शाहरुख खान के छोटे बेटे अबराम ने फिल्म में मुफासा के छोटे संस्करण के लिए डबिंग की है। अबराम की मासूम और उत्साहपूर्ण आवाज ने दर्शकों को प्रभावित किया। वहीं, आर्यन खान ने सिंबा के किरदार के लिए एक बार फिर अपनी आवाज दी है।
खास बात यह है कि अबराम ने पहली बार डबिंग की दुनिया में कदम रखा है, और उनके प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि वह भी अपने पिता और भाई की तरह बेहद प्रतिभाशाली हैं। आर्यन और अबराम की जुगलबंदी ने फिल्म को खास बना दिया।
“Mufasa: The Lion King”: फिल्म की कहानी और किरदार
Mufasa: The Lion King की कहानी मुफासा की बचपन की कठिनाइयों और राजा बनने की यात्रा पर आधारित है। फिल्म की शुरुआत राफिकी द्वारा सिंबा की बेटी कियारा को कहानी सुनाने से होती है। मुफासा बचपन में अपने माता-पिता से बिछड़ जाता है और ताका व उसकी मां आफिया के साथ रहने लगता है।
आफिया मुफासा की देखभाल करती है और उसे एक सच्चा राजा बनने में मदद करती है। हालांकि, कहानी में कई उतार-चढ़ाव आते हैं। ताका, जो बाद में स्कार बनता है, मुफासा को धोखा देता है। दोनों भाइयों के बीच झगड़े और सत्ता की लड़ाई फिल्म को दिलचस्प बनाते हैं। फिल्म के दूसरे भाग में दिखाया गया है कि कैसे मुफासा अपनी पहचान को लेकर संघर्ष करता है और शाही खून का महत्व समझता है। यह कहानी दर्शकों को भावनात्मक रूप से छूती है और उन्हें सोचने पर मजबूर करती है।
बॉलीवुड का टच और शानदार डबिंग टीम
फिल्म में बॉलीवुड का तड़का भी लगाया गया है। राफिकी के किरदार को मकरंद देशपांडे ने अपनी आवाज दी है, जो बेहद प्रभावशाली है। वहीं, टिमन और पुंबा के रूप में श्रेयस तलपड़े और संजय मिश्रा ने अपने हास्य के जरिए फिल्म में जान डाल दी है।
लेकिन सबसे ज्यादा ध्यान ताका के किरदार पर गया, जिसे मेयांग चांग ने डब किया है। उनकी आवाज में वो गहराई और ताकत है जो इस किरदार को और ज्यादा प्रभावशाली बनाती है।
पहले हफ्ते ही हो चुकी रिकॉर्ड तोड़ कमाई
Mufasa: The Lion King ने रिलीज के साथ ही बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया है। शाहरुख खान की आवाज के जादू ने दर्शकों को सिनेमाघरों की ओर खींचा है। फिल्म ने पहले ही हफ्ते में 5000 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है, जो इसे साल की सबसे बड़ी फिल्मों में शामिल करता है।
दर्शकों का कहना है कि शाहरुख खान ने फिल्म को एक अलग स्तर पर पहुंचा दिया है। उनकी आवाज ने फिल्म को भावनात्मक और कलात्मक रूप से समृद्ध बना दिया है। इस फिल्म ने साबित कर दिया कि खान परिवार का हर सदस्य अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार है। शाहरुख ने फिर से दिखा दिया कि क्यों उन्हें ‘किंग खान’ कहा जाता है।
यह फिल्म न केवल एक मनोरंजन है, बल्कि यह हमें परिवार, संघर्ष और नेतृत्व के महत्व को भी सिखाती है। अगर आपने अभी तक यह फिल्म नहीं देखी है, तो इसे जरूर देखें, क्योंकि शाहरुख खान और उनके बेटों की आवाज आपको बांधकर रख देगी।