कभी लगाते हैं कैरेक्टर पर दाग, कभी सगे ही बन जाते हैं दुश्मन
और कितनी परीक्षाओं से गुजरना होगा, चिराग के खास लोगों को कौन धमका रहा?
चिराग पासवान केन्द्रीय मंत्री है. बिहार की राजनीति में उनको इग्उनोर नहीं किया जा सकता है. इसके बाद भी कुछ लोगों की आंखों में चिराग पासवान चुभते जा रहे हैं. पहले तो उनके अपने लोगों ने ही उनको नुकसान पहुंचाने की कोशिश की लेकिन अब चिराग के खास लोगों को ही धमकाया जा रहा है. इस वक्त चिराग पासवान बहुत टेंशन में है. उनके टेंशन की वजह उनके एक सांसद को मिली जान से मारने की धमकी है हम आपको पूरी कहानी बताएं उससे पहले मोटे तौर पर यह समझा देते हैं कि चिराग पासवान की बिहार में जिस कदर लोकप्रियता बढ़ रही है उसे कई लोग घबराए हुए हैं. यहां तक की चिराग पासवान को बार-बार टारगेट किया जा रहा है. आपने देखा होगा कि लोकसभा चुनाव के दरमियान उनके कैरेक्टर पर भी बहुत सारे चित डालने की कोशिश हुई. लेकिन चिराग पासवान पुष्पा स्टाइल में साफ-साफ कह चुके हैं की ना झुकेंगे ना डरेंगे ना रुकेंगे. चिराग पासवान इस वक्त बिहार की पॉलिटिक्स में उभरते हुए स्टार है. उनकी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में 100 के 100% स्ट्राइक रेट के साथ जी हासिल की थी. लोकसभा चुनाव में एनडीए ने उन्हें पांच लोकसभा की सीटें लड़ने के लिए दी थी. और चिराग पासवान के सभी पांच के पांच सांसद जीत कर लोकसभा पहुंच गए. अब सवाल यह उठता है की चिराग पासवान जब बिहार के राजनीति में इतना बढ़िया कर रहे हैं बिहार के बारे में बढ़िया सोच रहे हैं तो फिर उनकी सांसद आखिर किसके टारगेट पर आ सकती है.
अज्ञात नंबर से धमकी मिलने के बाद लोजपा रामविलास सांसद वीणा देवी ने अपने सांसद वाली लेटर पैड पर स्थानीय थाना सदर मुजफ्फरपुर को लिखित आवेदन दिया है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि गाली गलौज करने वाले और गोली मारकर जान से मारने की धमकी देने वाले व्यक्ति को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई करें और हमें सुरक्षा प्रदान करें. पुलिस थाने में दिए गए आवेदन पर सांसद बीना देवी के पति जदयू एमएलसी दिनेश सिंह ने भी हस्ताक्षर किया है.
मामला बहुत गंभीर है गंभीर इसलिए की बिहार में सुशासन बाबू की सरकार कही जाती है. नीतीश कुमार ने लायन आर्डर के मामले में बेहतरीन काम किया है. लेकिन इसके बाद भी अगर बिहार में सांसदों को धमकी दी जा रही है और धमकी देने वाला खुली हवा में सांस ले रहा है तो लॉ एंड आर्डर पर प्रश्न चिन्ह खड़ा जरूर होगा. हालांकि बिहार में जैसे ही नए डीजीपी ने पदभार संभाला था उन्होंने अपनी सख्त छवि से अपराधियों और गुंडो को यह साफ-साफ मैसेज दे दिया था की बिहार में अपराध करने की जरूरत कभी मत करना. ताबड़तोड़ गैंगस्टर और फेरारियों के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी गई थी. ऐसी हालत में भी अगर कोई शख्स बिहार के सांसद को धमकी देने की जरूरत कर रहा है तो इसका सीधा सा मतलब है कि वह लायन आर्डर को चुनौती देना चाहता है.
जिस संसद वीणा देवी को धमकी दी गई है अब जरा उनके बारे में भी जान लेते हैं.
वीणा देवी बिहार में एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं
पहली बार 2019 में लोकसभा का चुनाव जीता था
तब भी वह लोक जनशक्ति पार्टी की टिकट पर ही जीत कर आई थी
वीणा देवी केमिकल और फर्टिलाइजर पर बनी सांसद की स्थाई कमेटी
और पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्रालय की सलाहकार समिति के मेंबर भी रह चुकी हैं
पहली बार 2010 के विधानसभा चुनाव में वह गायघाट सीट से बीजेपी की टिकट पर विधायक बनी थी
2024 के लोकसभा चुनाव में भी वीणा देवी वैशाली सीट से जीत कर आई
उनके पति दिनेश प्रसाद सिंह एमएलसी रह चुके हैं
उधर, सांसद को मोबाइल से धमकी दिए जाने के मामले की जांच का जिम्मा सबइंस्पेक्टर रंजीत कुमार को दिया गया है. वे सोमवार को धमकी देनेवाले पी तिवारी के घर सरैया बहिलवारा पहुंचे. उसके परिजनों ने बताया कि उसे सोमवार को रांची के कांके मानसिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 7-8 साल से उसका इलाज चल रहा है. अक्सर वह मोबाइल से किसी को फोन कर कुछ-कुछ बोल देता है. उसके मोबाइल में राजनेताओं, पुलिस अधिकारियों व कई अन्य नामचीन लोगों के मोबाइल नंबर सेव हैं. पुलिस ने आरोपित के पड़ोसियों का भी बयान दर्ज किया है. सदर थानेदार अस्मित कुमार ने कहा एक एक साल पहले उसकी पत्नी भी उसे छोड़ दी. उसकी दिमागी तबीयत ठीक नहीं. इससे सांसद को भी अवगत कराया गया है.